हमारा परिचय
Divya Parikrama की स्थापना वर्ष 1984 में श्री रघुनाथ माली जी ने भक्तों की सेवा और सनातन संस्कृति को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से की। 46+ वर्षों से हम हजारों श्रद्धालुओं को भारत और विदेश के पवित्र हिन्दू तीर्थ स्थलों की आरामदायक, सुरक्षित और यादगार यात्रा करवा चुके हैं। आज इस पवित्र सेवा को रघुनाथ माली जी और उनके सुपुत्र दिनेश कुमार माली पूरी निष्ठा, अनुभव और भावनाओं के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
हमारी स्लीपर बस यात्राएँ भोजन, आवास और मंदिर दर्शन सहित पूर्ण सुविधा के साथ होती हैं, ताकि प्रत्येक यात्री सिर्फ भक्ति, शांति और divine experience पर ध्यान दे सके। हमारा उद्देश्य सिर्फ यात्रा नहीं — आपके जीवन में आध्यात्मिक संतोष और ईश्वर का आशीर्वाद लाना है।
हम 46+ वर्षों से लाखों भक्तों को पवित्र तीर्थ यात्रा का दिव्य अनुभव प्रदान कर रहे हैं।
सम्पूर्ण भारत के प्रमुख हिन्दू मंदिरों और तीर्थ स्थानों के लिए विशेषज्ञ धार्मिक टूर सेवाएँ।
दक्षिण, उत्तर, पूर्व, पश्चिम — भारत के हर पवित्र स्थल की अनुभवी यात्रा व्यवस्था।
विश्व के प्रमुख हिन्दू मंदिरों और आध्यात्मिक स्थलों के लिए अंतरराष्ट्रीय धार्मिक यात्राएँ।
आरामदायक स्लीपर बस सुविधा ताकि यात्रा में थकान नहीं, सिर्फ भक्ति और शांति मिले।
हर पैकेज में भोजन, आवास, यात्रा और दर्शन — सब कुछ शामिल, ताकि भक्त निश्चिंत रहें।
अनुभवी और भक्तिमय staff जो हर यात्री की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोपरि रखता है।
पारिवारिक यात्रा जैसा व्यवहार — हर यात्री को स्नेह और सम्मान के साथ सेवा।
वरिष्ठ नागरिकों, परिवारों और महिलाओं के लिए सुरक्षित और विशेष व्यवस्था।
हजारों सफल यात्राएँ — हर यात्री की मुस्कान हमारी सबसे बड़ी पूँजी।
शुद्ध और सत्विक भोजन, जिससे यात्रा के दौरान स्वास्थ्य और ऊर्जा बनी रहे।
स्वच्छ और आरामदायक रहने की सुविधा, ताकि यात्रा घर जैसा अनुभव दे।
कठिन से कठिन धार्मिक यात्रा को भी सरल, सुरक्षित और आरामदायक बनाना हमारी पहचान।
ग्रुप टूर, पारिवारिक यात्रा और विशेष धार्मिक आयोजनों के लिए अलग बस बुकिंग सुविधा।
नियमित यात्राएँ, त्यौहार विशेष टूर और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए विशेष योजनाएँ।
यात्रा के हर चरण पर सहयोग — Pickup से लेकर मंदिर दर्शन तक पूरा मार्गदर्शन।
तीर्थ यात्रा में अनुशासन, स्वच्छता और आध्यात्मिक माहौल पर विशेष ध्यान।
हमारा उद्देश्य सिर्फ यात्रा नहीं — आपकी आत्मा को आध्यात्मिक शांति और ईश्वरीय अनुभव दिलाना है।
